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Arattai App की प्राइवेसी पर सवाल: क्या पर्सनल फोटोज सच में हैं सुरक्षित? Zoho CEO ने दिया जवाब Arattai App Privacy Safety Update

Published On: October 10, 2025
Arattai App Privacy Safety Update
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Arattai App Privacy Safety Update: भारत में बने चैटिंग ऐप Arattai ने हाल ही में तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। Zoho कंपनी द्वारा विकसित यह ऐप WhatsApp का एक स्वदेशी विकल्प माना जा रहा है। लेकिन जैसे-जैसे इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है, वैसे-वैसे लोगों के मन में इसकी प्राइवेसी और सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। खासकर यह कि क्या ऐप पर शेयर की जाने वाली पर्सनल फोटोज और चैट्स पूरी तरह सुरक्षित हैं?

Arattai की बढ़ती लोकप्रियता

Zoho का यह ऐप लॉन्च के कुछ ही समय में लाखों यूजर्स तक पहुंच चुका है। इसका सिंपल इंटरफेस और विज्ञापन-मुक्त अनुभव लोगों को काफी पसंद आ रहा है। WhatsApp और Signal जैसे ऐप्स की तरह यह भी टेक्स्ट, फोटो, वीडियो और कॉल की सुविधा देता है। लेकिन, यूजर्स की बढ़ती संख्या के साथ सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या Arattai प्राइवेसी के मामले में भरोसेमंद है?

प्राइवेसी पर Sridhar Vembu का बयान

Zoho के फाउंडर श्रीधर वेम्बू ने यूजर्स की चिंताओं का जवाब देते हुए कहा कि कंपनी अपने ग्राहकों के डेटा तक पहुंच नहीं बनाती और न ही उसका इस्तेमाल किसी प्रकार के विज्ञापन या प्रोडक्ट प्रमोशन के लिए करती है। उनका कहना है कि Zoho का पूरा बिजनेस भरोसे पर टिका है और कंपनी इस भरोसे को कायम रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

उन्होंने यह भी बताया कि Arattai में डेटा को एन्क्रिप्टेड डिस्क पर स्टोर किया जाता है, और किसी भी कर्मचारी को उस डेटा तक पहुंच नहीं होती। जब ऐप में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (E2EE) पूरी तरह लागू हो जाएगा, तब क्लाउड स्टोरेज पर निर्भरता हटा दी जाएगी।

एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन क्या होता है?

एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन एक ऐसी तकनीक है जिसमें केवल संदेश भेजने वाला और पाने वाला व्यक्ति ही उस संदेश को पढ़ सकता है। बीच में कोई तीसरा व्यक्ति, यहां तक कि ऐप कंपनी भी, उस संदेश की सामग्री नहीं देख सकती। यह फीचर आज की डिजिटल दुनिया में सबसे भरोसेमंद सुरक्षा तकनीक मानी जाती है।

Arattai में फिलहाल कॉल्स के लिए यह फीचर मौजूद है, लेकिन मैसेजिंग के लिए इसे जल्द ही लागू करने की योजना है। Zoho का कहना है कि जैसे ही यह फीचर पूरी तरह लागू होगा, ऐप की प्राइवेसी और भी मजबूत हो जाएगी।

यूजर्स को क्या करना चाहिए?

जब तक एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन फीचर पूरी तरह लॉन्च नहीं होता, तब तक यूजर्स को सावधानी बरतनी चाहिए। निजी या संवेदनशील तस्वीरें शेयर करने से पहले यह समझ लेना जरूरी है कि इंटरनेट पर भेजी गई हर चीज़ कुछ हद तक जोखिम में हो सकती है। हालांकि Zoho के भरोसे और सुरक्षा नीति पर अब तक कोई बड़ा विवाद सामने नहीं आया है।

निष्कर्ष

Arattai ऐप ने भारतीय टेक्नोलॉजी जगत में एक नई दिशा दिखाई है। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो विदेशी ऐप्स को कड़ी टक्कर दे रहा है। Zoho के संस्थापक ने भरोसा दिलाया है कि यूजर्स का डेटा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा और जल्द ही एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन जैसे फीचर इसे और मजबूत बनाएंगे।

फिलहाल, यूजर्स को जागरूक रहना चाहिए और ऐप की अपडेट्स पर नज़र बनाए रखनी चाहिए ताकि वे हमेशा सुरक्षित डिजिटल अनुभव का आनंद ले सकें।

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