BED Good News 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने बीएड धारक युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। लंबे समय से बीएड अभ्यर्थी जो प्राथमिक शिक्षण के अवसरों से वंचित हो गए थे, अब उनके लिए फिर से रास्ते खुल गए हैं। राज्य सरकार ने Professional Development Programme for Elementary Teachers (PDEPT) नामक विशेष ब्रिज कोर्स को मंजूरी दे दी है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद बीएड डिग्री वाले उम्मीदवार अब बीटीसी या डीएलएड धारकों के समान प्राथमिक स्तर पर पढ़ाने के पात्र हो जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रुका था रास्ता
बीते वर्ष सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक महत्वपूर्ण निर्णय में कहा था कि केवल बीटीसी या डीएलएड योग्य अभ्यर्थी ही कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने के पात्र होंगे। इस आदेश के बाद बीएड धारक उम्मीदवारों के लिए प्राइमरी शिक्षक बनने का रास्ता बंद हो गया था। यहां तक कि कई बीएड उम्मीदवार जिन्होंने 69,000 शिक्षक भर्ती में चयन पाया था, वे भी अनिश्चितता में थे। अब योगी सरकार के इस फैसले ने उन सभी की उम्मीदें फिर से जगा दी हैं।
NIOS करेगा PDEPT कोर्स का संचालन
इस ब्रिज कोर्स को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) द्वारा संचालित किया जाएगा। PDEPT की अवधि छह महीने की होगी और यह पूरी तरह ऑनलाइन मोड में आयोजित किया जाएगा, ताकि प्रदेश के किसी भी हिस्से से अभ्यर्थी इसे आसानी से कर सकें। इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य बीएड प्रशिक्षित शिक्षार्थियों को प्राथमिक शिक्षा की शैली, बच्चों के व्यवहारिक अध्ययन और प्रारंभिक शिक्षण पद्धति से जोड़ना है।
आवेदन प्रक्रिया 1 नवंबर से शुरू होगी
NIOS द्वारा PDEPT ब्रिज कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया 1 नवंबर 2025 से शुरू की जाएगी। इच्छुक उम्मीदवार dledbr.nios.ac.in पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। कोर्स की ट्रेनिंग दिसंबर 2025 से शुरू होकर मई 2026 तक चलेगी। आवेदन प्रक्रिया, शुल्क और सिलेबस से जुड़ी विस्तृत जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाएगी।
लाखों युवाओं के लिए राहत भरी खबर
शिक्षा विभाग के इस निर्णय से प्रदेश के लाखों बीएड धारक युवाओं को शिक्षक बनने का सुनहरा अवसर मिलेगा। इससे न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। यह कदम उन अभ्यर्थियों के लिए भी राहत लेकर आया है जो पिछले कई वर्षों से कानूनी उलझनों के कारण असमंजस की स्थिति में थे। अब छह महीने का PDEPT कोर्स पूरा करने के बाद वे भी कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के पात्र बन जाएंगे।
निष्कर्ष
योगी सरकार का यह निर्णय बीएड अभ्यर्थियों के लिए उम्मीद की नई किरण है। PDEPT ब्रिज कोर्स के माध्यम से अब उन्हें प्राथमिक शिक्षण के क्षेत्र में प्रवेश का अवसर मिल सकेगा। इससे राज्य की शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी और योग्य शिक्षकों की नई पीढ़ी तैयार होगी।