Diwali bonus news for government employees: दिवाली से पहले सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी आई है। केंद्र सरकार ने डाक विभाग के कर्मचारियों के लिए डबल बोनस की घोषणा कर दी है। इस निर्णय से लाखों कर्मचारियों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। सरकार ने यह बोनस कर्मचारियों की उत्पादकता को ध्यान में रखते हुए दिया है, जिससे त्योहारों के इस मौसम में उनके आर्थिक बोझ को कुछ राहत मिलेगी।
60 दिनों के वेतन के बराबर बोनस
सरकार द्वारा जारी नए आदेश के अनुसार, डाक विभाग के कर्मचारियों को 60 दिनों के वेतन के बराबर उत्पादकता से जुड़ा बोनस (PLB) मिलेगा। यह बोनस वित्तीय वर्ष 2024 के लिए दिया जा रहा है। इस लाभ का फायदा डाक विभाग में कार्यरत ग्रुप ‘सी’ के कर्मचारी, मल्टी-टास्किंग स्टाफ (MTS), ग्रामीण डाक सेवक (GDS) और पूर्णकालिक आकस्मिक कर्मचारियों को मिलेगा। खास बात यह है कि यह बोनस उन कर्मचारियों को भी दिया जाएगा जिन्होंने इस वर्ष के दौरान सेवानिवृत्ति ली है या किसी कारणवश विभाग छोड़ दिया है।
किन कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
डबल बोनस का लाभ विभाग के नियमित कर्मचारियों के साथ-साथ ग्रामीण और अस्थायी कर्मचारियों को भी मिलेगा। ग्रुप बी (अराजपत्रित), ग्रुप सी, एमटीएस और जीडीएस सभी इस बोनस के पात्र होंगे। यह निर्णय यह दर्शाता है कि सरकार सभी स्तरों के कर्मचारियों को समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही आकस्मिक और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को भी इस योजना के तहत शामिल किया गया है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूती मिलेगी।
बोनस की गणना कैसे होगी
इस बोनस की गणना औसत वेतन और सेवा अवधि के आधार पर की जाएगी। नियमित कर्मचारियों के लिए बोनस की गणना औसत वेतन को 60 से गुणा कर 30.4 से विभाजित करके की जाएगी। वहीं, ग्रामीण डाक सेवकों के लिए यह गणना उनके महंगाई भत्ते और स्थायी वेतन के आधार पर होगी। अस्थायी कर्मचारियों के लिए बोनस की राशि काल्पनिक वेतन ₹1200 के हिसाब से तय की जाएगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि कर्मचारियों को लगभग ₹13,000 से ₹15,000 तक का बोनस उनके खातों में भेजा जाएगा।
दिवाली पर खुशियों की सौगात
त्योहारों के मौसम में इस घोषणा ने कर्मचारियों के बीच उत्साह का माहौल बना दिया है। डाक विभाग के हजारों कर्मचारी दिवाली से पहले यह बोनस अपने बैंक खाते में प्राप्त करेंगे। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि त्योहार की खुशियाँ भी दोगुनी हो जाएँगी। सरकार का यह कदम कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने और उत्पादकता को प्रोत्साहित करने की दिशा में सराहनीय है।
निष्कर्ष
सरकार का यह फैसला निश्चित रूप से डाक विभाग के कर्मचारियों के लिए दिवाली का सबसे बड़ा तोहफा है। इससे न केवल कर्मचारियों की मेहनत को सम्मान मिला है, बल्कि सरकार ने यह संदेश भी दिया है कि मेहनती कर्मचारियों को हमेशा पुरस्कृत किया जाएगा। यह पहल भविष्य में अन्य विभागों के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेगी।